ईरान ने दी चेतावनी: परमाणु ठिकानों पर हमला हुआ तो इज़रायल को मिलेगा 'जवाब'

तेहरान, बीबीसी संवाददाता:
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने एक सख्त बयान में चेतावनी दी है कि यदि इज़रायल ने ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, तो ईरान "विशेष उपायों" के साथ जोरदार जवाब देगा। यह प्रतिक्रिया तब आई है जब CNN की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इज़रायली सेना ईरान के परमाणु स्थलों पर संभावित हमले की तैयारी कर रही है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को संबोधित पत्र में अराघची ने कहा,
"ईरान ज़ायोनिस्ट शासन (इज़रायल) के किसी भी दुस्साहसी कदम के खिलाफ कड़ी चेतावनी देता है और इस शासन द्वारा किसी भी अवैध कार्य या खतरे की स्थिति में दृढ़ता से जवाब देगा।"
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की अपील
ईरानी विदेश मंत्री ने पत्र में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि वह इज़रायल के लगातार खतरों को गंभीरता से ले और प्रभावी कदम उठाए।
"अगर इन खतरों को रोका नहीं गया, तो ईरान को अपने परमाणु स्थलों और सामग्री की रक्षा के लिए विशेष उपाय करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा," उन्होंने कहा।
क्षेत्रीय तनावों में इज़ाफा
यह बयान उस समय आया है जब मध्य पूर्व में तनाव चरम पर है। इज़रायल और ईरान के बीच हालिया बयानों और सैन्य तैयारियों ने पहले से ही अस्थिर माहौल को और जटिल बना दिया है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध नहीं हैं, और परमाणु कार्यक्रम को लेकर लंबे समय से टकराव बना हुआ है।
इससे पहले भी इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बार-बार कहा है कि वह ईरान को परमाणु हथियार विकसित नहीं करने देंगे, जबकि ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है।
विश्लेषण
विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान द्वारा "विशेष उपायों" की चेतावनी न केवल एक कूटनीतिक संदेश है, बल्कि यह संकेत भी देता है कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर अब और अधिक सतर्क हो चुका है।
निष्कर्ष
ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ता तनाव एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर चिंता का विषय बन गया है। आने वाले दिनों में यह देखा जाना बाकी है कि क्या संयुक्त राष्ट्र और प्रमुख वैश्विक शक्तियाँ इस बढ़ते संकट को रोकने में सफल हो पाती हैं या नहीं।