गाजा संकट पर एर्दोआन का कड़ा संदेश: “इतिहास सवाल पूछेगा”

अंकारा, तुर्की —
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन ने गाजा में चल रही मानवीय त्रासदी को लेकर इज़रायल पर तीखा हमला बोला है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेतावनी दी है कि गाजा संकट की परीक्षा में असफल होने वालों को "इतिहास माफ नहीं करेगा।"
एर्दोआन ने कहा कि, "गाजा में इज़रायल की ओर से किए जा रहे भूखमरी अभियान के चलते वह वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ता जा रहा है।" यह बयान उन्होंने तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु को दिए इंटरव्यू में दिया।
पश्चिमी संस्थानों की आलोचना
तुर्की के राष्ट्रपति ने गाजा संकट को केवल मानवीय संकट नहीं, बल्कि वैश्विक व्यवस्था की ईमानदारी की परीक्षा करार दिया। उन्होंने कहा:
"गाजा में संकट सिर्फ एक मानवीय आपदा नहीं है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की सच्चाई की भी परीक्षा है, जिसमें पश्चिमी संस्थान बुरी तरह असफल रहे हैं।"
एर्दोआन ने यह भी दोहराया कि तुर्की हमेशा इंसानियत के साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा। उन्होंने गाजा में हो रहे अत्याचारों पर चुप रहने वालों को भी निशाने पर लिया और कहा कि अब चुप्पी विकल्प नहीं हो सकती।
तुर्की की भूमिका
तुर्की लंबे समय से गाजा में हो रहे हमलों और प्रतिबंधों की आलोचना करता रहा है। एर्दोआन ने गाजा के लिए मानवीय सहायता भेजने के प्रयासों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है, और इज़रायल की नीतियों को “अमानवीय” करार दिया है।