गाज़ा संकट को प्राथमिकता न देना चिंताजनक: प्रोफेसर सुल्तान बरकात

गाज़ा संकट को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप
हमद बिन खलीफा यूनिवर्सिटी के सार्वजनिक नीति के प्रोफेसर सुल्तान बरकात ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया मध्य पूर्व यात्रा पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान इज़रायल द्वारा गाज़ा पर किए जा रहे हमलों को वह तात्कालिकता और प्राथमिकता नहीं मिल रही है जिसकी यह त्रासदी मांग करती है।
सीरिया पर से प्रतिबंध हटाना गाज़ा मुद्दे पर विफलता को छुपाने की कोशिश
बरकात ने आरोप लगाया कि ट्रंप द्वारा सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने का फैसला केवल गाज़ा पर किसी ठोस निर्णय न लेने की असफलता को छुपाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, "यह निर्णय सिर्फ दिखावा है। असल में गाज़ा को लेकर कोई गंभीर पहल नहीं की गई।"
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी के बावजूद गंभीरता नहीं दिखाई गई
संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवीय अधिकारी ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि गाज़ा में इज़रायली नाकाबंदी के चलते फिलिस्तीनी लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं। इसके बावजूद अमेरिका या खाड़ी देशों की ओर से गाज़ा संकट पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है।
"हर बैठक की शुरुआत गाज़ा पीड़ितों के लिए मौन से होनी चाहिए थी"
बरकात ने खाड़ी देशों के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि खाड़ी के नेता हर बैठक की शुरुआत गाज़ा के पीड़ितों के लिए एक मिनट के मौन से करेंगे। शायद उन्होंने निजी रूप से कुछ कहा हो, लेकिन सार्वजनिक रूप से उनकी चुप्पी निराशाजनक है।"